Neurolink Chip अच्छा या बुरा.?

Neurolink

दुनिया के सबसे शक्तिशाली इंसान मे से एक Elon Musk कि कंपनी नियुरालिंक ने सफलता पूर्वक एक ऐसा यंत्र का निर्माण कर लिया है। जो अब शायद इस सदी का अबतक सबसे बड़ा क्रान्तिकारी यंत्र साबित हो सकता है।

Neurolink कंपनी के निर्माता एवं मालिक वर्तमान मे विश्व के दूसरे अमीर और व्यापारी, व्यक्ति Elon Musk है। जो निश्चित तौर पे मानव हित के भलाई के अनेको काम किए है। चाहे वो विज्ञान के क्षेत्र मे हो या मानव जीवन को आसन बनाने मे हो। वर्षों से लगातार चल रहे अध्ययन न्यूरलिंक कंपनी ने इंसानी दिमाग को कई फीसदी और ऊपर तक ले जाने मे मदद करने वाली यंत्र को विकसित कर लिया है।

जिससे अब कोई भी इंसान आसानी से अपनी दिमागी क्षमता को बढ़ा सकता है। जिससे वो इस लगातार तेजी से ओर बदलती दुनियां को समझ सकता है और खुद को भी बदल सकता है और अपनी intelligence को और भी ज्यादा बढ़ा सकता है।

चिप के फायदे

Neurolink कंपनी दावा करती है ये यंत्र पूरे मनुष्य जाति के लिए बड़ी हि अच्छी और लाभदायक साबित होने वाली है। क्योंकि ये यंत्र कुछ ऐसे रोगी जो अपने शरीर से चल फिर नही सकते, बोल नही सकते, वो अब आसानी से इस छोटे से यंत्र कि मदद से अपनी बातो को लोगो के सामने रख पाएंगे। कई इंसान जो अपनी जुबान से बोल नही सकते बात नही कर सकते वो इंसान भी अब अपने परिवार और दोस्तों से बाते कर पायेंगे। 

न्यूरलिंक कंपनी का ये भी दावा है कि इनका प्रयोग कई जानवरो पर भी सफलतापूर्वक किया गया है जिस कारण इंसान हि नही कई तरह के जानवर के दिमागी क्षमता बढ़ाए जा सकते है। जिससे हम इंसान और जानवर दोनो एक दूसरे कि भाषा को समझ सकते है। लेकिन इस यंत्र को हम जितना अच्छा और लाभदायक समझ रहे है क्या सच में इसके इतने फायदे हो सकते है? और क्या इस क्रांतिकारी यंत्र के कुछ नुकसान भी हो सकते है। जो पूरी इंसानियत को खतरे मे ले जा सके?

Telepathy और Blindside

Neurolink कंपनी ने दिमाग मे दो तारीके के चिप को विकसित किया है। एक चीप का नाम टेलीपैथी चिप है और जबकि दूसरे चीप का नाम ब्लाइंडसाइड है। Neurolink चीप को किसी इंसान के दिमाग मे फिट करने के लिए पहले मानव के सिर के ऊपरी सतह से कट करके ड्रिल मशीन से एक छोटा सा दिमाग मे छेद कर लिया जाता है।

फिर AI द्वारा विकसित रॉबर्ट के सहायता से इंसानी दिमाग मे टेलीलपैथी चीप और ब्लाइंडसाईड चीप को लगाया जाता है। इंसान का दिमाग लगातार हिलते रहने के कारण डाॅक्टर और वैज्ञानिकों को न्यूरलिंक चीप को सही तरीक़े से लगाने मे कई समस्याएं का सामना देखने को मिल रहा था।

लेकिन सारी समस्याओं को दूर करते हुए इस कंपनी ने कई महीने पहले एक चिम्पांजी जानवर के दिमाग मे सफलता पूर्वक टेलीपैथी चीप लगाने मे सक्षम रहे। और उस चिम्पांजी के दिमाग मे हुए बदलाव से पूरी मनुष्य जाती अचंभित रह गई। क्योंकि न्यूरलिंक कंपनी के दावे के मुताबिक वो जानवर का दिमगी क्षमता को बढ़ते हुए दिख रहा था। वो जानवर विडीयो गेम को आसनी से समझ पा रहा था और उसे खेलने में सक्षम था। वो जटिल जैसे सवालों को भी हल करना सीख रहा था। वो खुद को काफी तेजी से अपनी दिमाग के इंटेलिजेंस को बढ़ा रहा था।

टेलीपैथी चीप

लेकिन अब अजीब बात तो ये है कि इंसानों के दिमाग मे भी इस टेलीपैथी चीप को लगाने का प्रक्रिया जारी किया जा रहा है। क्योंकि इस बात का सूचना Elon Musk और न्यूरलिंक कंपनी ने खुद एक वीडियो को शेयर करके पूरी मानव जाति को बताया है। एक अपाहिज व्यक्ति जो अपने शारीर के किसी भी अंग का इस्तेमाल नही कर सकता वैसे एक मरीज के दिमाग मे इस यंत्र को लगाया गया।

जिसके बाद वो इंसान बिना कोई अंग हिलाए वो बड़े हि आसानी से कंप्यूटर मे चेस जैसे गेम का आनंद ले रहा था। और वो इंसान किसी भी दुसरे इंसान से कंप्यूटर के सहारे बिना मुंह खोले टेलीपैथी कि मदद से आपस मे बात कर पाते है।

हालांकि इस सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले कई जानवरो पर ये प्रयोग किए गए थे। अफसोस वो सब किसी कारण से मारे गए। उनमें से कई का मौत का कारण न्यूरलिंक चीप को ठीक तरीके से ना लगने के कारण मौत हुआ।

हालांकि जब से Neurolink कंपनी ने इस यंत्र के बाड़े में लोगो को जानकारी प्राप्त हुआ है तब से सारे लोग दो भागो मे बट सा चुके है। आधे ऐसे लोगों मे से है जिन्हे लगता है इस यंत्र के आने से मानव जिंदगी को सुविधा मिलेगा और इंसानों कि काफी तरक्की होगी। और आधे बचे लोगों को लगता है कि ये अबतक कि सबसे खतरनाक उपकरण या यंत्र है जो सारे इंसान को जोंबी बना सकता है। अपने नियंत्रण मे रक्खा जा सकता है और ये एक चाल है। और लोगो का मानना है कि कोई इंसान किसी दूसरे इंसान के नियंत्रण मे क्यू रहे?

टेलीपैथी चिप के फायदे – विक्लांग तथा पैरालाइज लोगों को सुविधा, गूंगे लोगों को बात करने में मदद मिलेगा, दिमागी क्षमता को बढ़ाने मे मदद, अन्य कई ऐसे चीजे ऐसे होंगे जिससे मानव जीवन को आसन और मदद प्रदान कर सकते है।

टेलीपैथी चिप के नुकसान

Neurolink टेलीपैथी चिप के नुकसान – अपने दिमाग को नियंत्रित करने कि क्षमता खोने का डर, दिमाग मे लगे इस चिप के कारण नई या किसी प्रकार कि बीमारी का डर, इस आधुनिक चिप को किसी हैकर के द्वार हैक करने का डर, कंपनी के द्वारा दिमाग मे बिना कोई ख़बर किए नए सूचनाएं को भरना और निकलने का डर।

Ai

Neurolink कंपनी के मालिक Elon Musk का कहना है इस तेजी से बदलती दुनियां में AI यानी Artificial intelligence को काफी ज्यादा रफ्तार से विकसित किया जा रहा है। Ai अबतक एक आम इंसान से कई गुना ज्यादा बुद्धिमान बन चूका है AI अब इंसानों द्वारा रचनात्मक काम को भी अंजाम देने लगा है। इन सब को देखकर मस्क ने इंसानों को भी Ai जितना विकसित किया जाना चाहिए वरना हो सकता है कि आने वाले दिनो में Ai इंसानों से कई ज्यादा बुद्धिमान बन जाए और हम इंसान पर हि राज ना करने लगे।

इस कारण कई लोग इस छोटे से यंत्र को काफी खतरनाक मानते है और इससे खुद को बचने का सलाह दे रहे है आने वाले समय में क्या होगा और कैसा रहेगा इस अद्भुद यंत्र का काम और कितने लोगो को इससे मदद मिलेगा ये तो आने वाली भविष्य हि बता सकती है।

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