PYRAMID-गीजा का रहस्मई और महान इमारत।

PYRAMID

Pyramid

पृथ्वी पर सबसे पुराने इमारतों में से एक जो कि कितना अद्भुद और महान है आपको इस सरंचना के बारे में जरूर जानकारी होने चाहिए।

क्योंकि ये दिखाने में जितना सामान्य और साधारण सा दिखता है। उससे कई ज्यादा रहस्मई से भरा परा है। गीजा का महान, शानदार, अद्भुद, और आश्चर्यजनक PYRAMID जिसे चारों दिशाओं को समझकर बिलकुल सटीक तरीके से बनाया गया।

आसमान में चमकते ओरियन बेल्ट के तीनों तारे के सीधी रेखा के साथ प्राचिन इतिहास में, बनी एक सफल विद्युत ऊर्जा प्रदान करने वाली उन्नत मशीन। ये तमाम तकनिक मात्र एक इस महान संरचना में मौजूद है।

UNSOLVED

जिसे विश्व के सात अजूबों में से एक PYRAMID माना जाता है। गिजा का ये महान और शानदार पिरामिड। आखिर पिरामिड का निर्माण किसने और क्यों किया। ये ऐसा सवाल है जिसका कोई एक सटीक जवाब आज तक नही मिला है। आइए जानते है, इस अदभुत और हमारी कल्पना से परे इस महान संरचना के बारे में।

इस महान पिरामिड का निर्माण आज से तकरीबन पैंतालीस सौ वर्ष पहले आज के Egypt देश में बनाया गया। आज के Egypt में वशे लोगों का मानना है कि मिश्र के राजा फराओ कुफू ने death body कि सुरक्षा के लिए ऐसे सौ से भी अधिक पिरामिड बनवाए गए। लेकिन अजीब बात तो ये है कि गीजा के महान पिरामिड में आज तक एक भी मम्मी नही मिले।

और ये तमाम PYRAMID का निर्माण मात्र बीस वर्षो बनकर तैयार हुआ है। Egypt में वर्तमान के मौजूद वासी और कई शोधकर्ता का मानना है कि पिरामिड का निर्माण हमारे पूर्वज ने अपने तेज बुद्धि तथा उस समय में अन्नत तकनीक और कई मजदूरों के सहारे इस महान संरचना को मिलकर बनाए थे।

ANCIENT TECHNOLOGY

लेकिन सवाल ये है कि आज से हज़ारों साल पहले बिना किसी उन्नत तकनीक के सहारे ऐसे बरे और महान सरंचना को बना पाना सिर्फ इंसानों द्वारा कैसे संभव हो सकता है जबकि उस समय तक पहिया और लोहा का खोज भी नही हुआ था। आप सबको पता होगा कि किसी प्रकार के सरंचना को बनाने में ये दोनों मुख्य रूप से काम करता है।

जैसे कि लोहा का प्रयोग छेनी जैसे धातु में परिवर्तन कर उससे पत्थर में छेद तथा तोरा जाता है। और पहिया का इस्तमाल आज सारे आधूनिक मशीनों में किया जाता है। जो एक बरे से बरे गाड़ी को एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाने में प्रयोग किया जाता है। PYRAMID जिसे कई बरे पत्थरों से जोरकर बनाया गया है,

जिसमें मात्र एक पत्थर का वजन हि लगभग पचास टन है, जो कि चार पांच हाथियों के सामान होता है। फिर सवाल आता है कि कैसे इतने भारी भरकर पत्थर को इतने दूर से लाया जाता होगा। और इससे ज्यादा आश्चर्यजनक बात तो ये है कि उतने ऊंचे जगह पर एक पत्थर भी ले जाना असंभव सा लगता है।

और सारे पत्थर को बिलकुल सटीक तरीके से काटा गया है, जिसे बिना किसी उपकरण के सहारे नही काटा जा सकता। आज के आधुनिक दौर में पत्थर हो चाहे कोई सामान उसे मशीन के सहारे हि काटा जा सकता है। लेकिन उस समय मशीन न होने के मौजूद में कैसे पत्थर को काटा जाता था। और भी कई ऐसे चीज है

जो बिना किसी आधुनिक तकनिक के सहारे बना पाना असंभव है। और हमारे पास इतने तकनीक और इतने बुद्धिमान इंजिनियर, जो बुर्ज खलीफा जैसे ईमारत का निर्माण किए है। इनके होने के बाबजूद हम ऐसे हु बहु दुसरा पिरामिड नही बना सकते है।

इसी कारण कई researcher का मानना है कि पिरामिड का निर्माण किसी दूसरे ग्रह के जीव यानी एलियन ने बनाया है। या उनकी सहायता द्वारा बनाया गया है। लेकिन बात यहीं ख़त्म नही होता है।

खैर कुछ देर के लिए मान लेते है पिरामिड का निर्माण किसी ने किया हो, फिर सबसे बरा सवाल आता है कि इतने भारी भरकम पिरामिड का निर्माण क्यों किया गया था? इस सवाल पर कई लोगों ने कई तरह के reasons बताए। कई इतिहासकारों का मानना है कि पिरामिड ध्यान करने कि जगह थी? वहां के वासी का मानना है

wireless Electricity

कि PYRAMID उनके राजाओं कि मम्मी कि सुरक्षा के लिए बनाया गया। लेकिन कई रिसर्चर ने लगभग साबित हि कर दिया कि पिरामिड एक उन्नत मशीनों में से एक है। क्योंकि ये महान पिरामिड एक मात्र structure ना होकर, बल्कि एक पुरी कि पुरी विद्युत ऊर्जा प्रदान करने वाली, एक अदभुद power plant था।

जिसे हजारों वर्ष पहले हि बना लिया गया था। PYRAMID का बाहरी हिस्सा इसतरह से बनाया गया है जो इंसुलेटर कि तरह काम करता है, अंदर का हिस्सा इस प्रकार से बना है जो कंडेक्टर का काम करता है, और चैंबर को ऐसे बनाए गए है जिससे विद्युत का निर्माण हो सके। इसतरह से हमारे प्राचिन इतिहास में, wireless Electricity प्रदान करने वाला सफलता पूर्वक मशीन का निर्माण किया गया था।

Nikola tesla

ठिक इसी प्रकार बीसवी सदी के महान वैज्ञानिक, Nikola tesla ने भी बनाया था। जिसका उद्देश्य पुरी दुनियां को मुफ्त विद्युत ऊर्जा प्रदान करना था। लेकिन वो अधूरा रह गया। अजीब बात तो ये है कि आखिर प्राचिन इतिहास में इतना ऊर्जा का प्रयोग किस काम में लिया जाता था। और कितने महान होंगे वो, जिन्होंने ये हज़ारों साल पहले हि बना लिया था। क्या वे alien थे, जिन्होंने खुद के लिए बनवाया था। या फिर कुछ और हि बात हो सकता है।

कुल मिलाके हम अभी हम बस यही संभावनाएं समझ पाए है कि पिरामिड का निर्माण क्यों किया गया है। आजतक इस महान पिरामिड का निर्माण कैसे किया गया। इस रहस्य को कोई भी सुलझा नही पाया है।
वैसे इस अदभुद पिरामिड पर आपका क्या विचार है, कॉमेंट में ज़रूर बताएं।

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