Quantum Camputer कितना शाक्तिशाली है?

Quantum Camputer

इस तेजी से बदलते आधुनिक दुनिया मे एक ऐसी भी तकनीक को विकसित किया जा रहा है। जो आने वाले कुछ वर्षों मे पूरी मनुष्य जाती को बदल के रख देगा। (क्वांटम कंप्यूटर) आखिर क्या है और कैसे काम करता है? आखिर ये तथ्य इतना ज्यादा चर्चा का विषय क्यों बना हुआ है?

वैज्ञानिको का मानना है ये एक भविष्य मे आने वाले सबसे शक्तिशाली यंत्र होने वाला है। इंसान के दिमाग से काफी तेजी से गणना करने वाली ये आधुनिक मशीन जिसे मानव दिमाग 1000 वर्षों में गणन करता है। उसे मात्र 1 सैकेंड में हल कर देता है। मात्र इसकी कल्पना से हि घबराहट सा महसूस होने लगता है।

सबसे पहले हमे क्लासिकल कंप्यूटर यानी रेगुलर कंप्यूटर के बारे में समझना होगा। इसके यूनिट है बिट्स एक बिट मतलब 1 या 0 हो सकता है। ऑन या ऑफ अपने आप के पावर बटन में भी देखा होगा। सिंबल होता है 1 और 0 का तो ये एक बार एक चीज़ हो सकता है।

ऐथे on ऑर off बिट्स क्वांटम कंप्यूटर के क्यूबिट्स जो प्राइमरी जो इलेक्ट्रॉनिक्स होते हैं वो 1 ईयर 0 दोनों एक साथ हो सकते हैं जिसे हम कहते हैं सुपर पोज़ीशन कहते है। अब जब तक उन्हें ऑब्ज़रव नहीं करोगे उनकी वैल्यू आप डिटरमाइन नहीं कर पाओगे।

क्वांटम की दुनिया बहुत फैशनटिंग है तो फिर इसका हम मनुष्य जाती के लिए क्या फायदे हो सकते है। आखिर क्वांटम बिट्स कैसे काम करता है। इसे सबसे आसान शब्द मे समझे तो आपने बचपन मे किसी खेल का शूरुआत करने से पहले आप टॉस करते होंगे। उसके लिए एक सिक्के को हवा मे उछालते होंगे। लेकिन एक सिक्के मे चित और पट होते है। हेड या टेल। ठीक इसी प्रकार बयानरी कोड मे भी 0 या 1 होता है।

दो बिट्स की कॉम्बिनेशन होते है। अब आप एक कल्पना करीये। मैने दो सिक्के को हवा मे उछाले तब मेरे पास तब उसकी हेड और टेल आने के जितने भी संभावनाये बनते है। उसे सोचिए। इसके होने के चार अलग अलग कॉम्बिनेशन मिलेंगे।

अभी अगर मेरे कंप्यूटर को ये चार अलग कॉम्बिनेशन कैलकुलेट करने है तो उसे चार कैलकुलेशन्स करने पड़ेंगे तो इसे दो कॉइन के कॉम्बिनेशन ढूंढने के लिए उसे चार कैलकुलेशन्स करने पड़े और आप समझिए अगर मेरे पास 205060 कॉइन्स है और मेरे को उनके कॉम्बिनेशन करने की कोशिश करे तो कितने सारे कॉम्बिनेशन करने पड़ेंगे।

ये साधारण कंप्यूटर मे इसे हिसाब करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है। इसलिए हमारे पास ये सुपर कंप्यूटर जो काफी ज्यादा शक्तिशाली होते है। लेकिन इसी काम को समांतर कम्प्यूटर को करने मे काफी वक्त लग जाते है।
वो काफी धीमी गति से काम करते है हैंग करने लगता है। एक थोड़े से जटिल सवाल को हल करने मे काफी वर्ष तक लग जाते है। ऐसी चीजों में तो ऐसे वक्त क्वांटम कंप्यूटर्स कैसे हेल्प कर सकते है? किसी संदेश या information  ऐथेर 1 हो सकता है या फिर 0।

इस एक बात का फायदा वैज्ञानिक को हुआ। जिसे किसी भी जानकारी का मान 0 या 1के रूप मे हि हो सकता है। तो इस चीज को समझकर वैज्ञानिक कैलकुलेशन में सब कॉम्बिनेशन ढूंढ के निकाल सकते है। इसी चीज को मे काफी ज्यादा गति प्रदान किया गया। जैसे कि अगर 2 सिक्के के पहलू को समझे तो उसमे 4 जानकारी आ सकते है। लेकिन 1000000 इतने सारे सिक्के के जानकारी निकालने हो तो कितने समय लगेगा।

शायद कई महीने लग सकते है। लेकिन ये क्वांटम कम्प्यूटर ये कुछ हि सैकेंड मे कर सकते है। अब आपको इस शक्तिशाली कंप्यूटर का प्रभाव समझ मे आ गया होगा। जब ऐसे बड़े बड़े गुणन करने है तो उसे भी ये एक ही कैलकुलेशन में एक ही शॉट में हमें सब कॉम्बिनेशन मिल जाएंगे।

अगर हमें सिमलेशन्स करना है, जीस समय ऐसे बहुत बड़े बड़े गुणन और बहुत सारे जटिल संभावनाए होते है।रॉकेट का सिम्यूलेशन करना है। हर नए चीज मे अलग समस्या होते है। आने वाले वर्षों मे इस तकनीक को और भी ज्यादा शक्तिशाली बना दिया जाएगा। जिससे हम आजतक के सबसे मुश्किल जैसे सवालों का हल भी हम बड़े हि आसानी से कुछ सैकडों मे कर पायेंगे।

और इसका इस्तेमाल हर कोई इंसान अपने घर मे भी कर पाएगा। जिस तरह अभी हम एक आम कम्प्यूटर को अपने घर मे इस्तेमाल आज कर रहे है। इस तेजी से बदलती आधुनिक दुनिया मे हम क्वांटम कम्प्यूटर का इस्तेमाल करना आम बात हो जायेगा। भविष्य मे इसे हर कोई इस्तेमाल कर पाएगा।

हालांकि क्वांटम कम्प्यूटर से तो अनेकों फायदे होने वाले है। जिसका कोई शक नही, लेकिन क्या इससे कोई खतरे भी हो सकते है। या क्या इसके कोई नुकसान भी हो सकते है। Quantum camputer का एक बड़ा नुकसान है। इसका इस्तेमाल लोग किसी अवैध कामों के लिए भी कर सकते है। जिसका अभी कोई अंदाजा नही लगाया जा सकता है। एक और नुसाकन सा बात है। यह शाक्तिशाली कम्प्यूटर काफी विधुत का खपत करता है।

क्वांटम कंप्यूटर मे निवेश

क्वांटम कंप्यूटर के बढ़ते प्रसिद्धि और इसके होने वाले अनेकों फायदे के कारण कई देशो ने इस क्षेत्र में निवेश किया है और quantum कंप्यूटर के तकनीक को विकसित करने का फैसला लिया है। जिस कारण अब विज्ञान कि क्षेत्र और कई तकनीकि क्षेत्र से जुड़े सभी चीज में एक बहुत हि बड़ा योगदान देगा।

अमेरिकन सरकार ने तकरीबन 1 बिलियन से अधिक डॉलर तक का अपने देश में निवेश किया है। चाइना के सरकार ने अपने देश में quantum कंप्यूटर जैसे तकनीक को विकास करने के लिए तकरीबन 1 बिलियन डॉलर तक का निवेश किए है। जापान ने इस नई तकनीक quantum कंप्यूटर को विकसित करने हेतु लगभग 470 मिलियन डॉलर तक निवेश किया है।

शक्तिशाली देशों में से एक रूस ने भी इस क्वांटम कंप्यूटर जैसी तकनीक में 663 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। ठिक इसी प्रकार कई देश ने सिंगापुर, साउथ कोरिया, इजरायल, जर्मनी, फ्रांस जैसे विकसित देश में भी quantum कंप्यूटर जैसे बेहतरीन तकनीक पर निवेश किए है।

पूरी दुनियां को टक्कर देते हुए भारत देश ने भी इस क्रान्तिकारी तकनीक quantum कंप्यूटर को खुद से बनने का और इस तकनीक को विकसित करने का निर्णय किया है। क्योंकि इस तेजी से बदलती हुई दुनियां के साथ भारत ने भी इसका हिस्सा बनने का काफी अच्छा फैसला लिया। भारत ने कई विज्ञान से जुड़े क्षेत्र में मुश्किल को आसन बनाने के लिए तकरीबन 740 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।

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